जीवित कोशिका में DNA के प्रवेश (DNA Uptake in Living Cell)
जीवित कोशिकाओं में DNA को प्रवेश कराने की प्रक्रिया को "Gene Transfer" या "Genetic Transformation" कहा जाता है। यह प्रक्रिया कई तरीकों से हो सकती है, जो कोशिका के प्रकार (बैक्टीरिया, पौधे, पशु या मानव कोशिका) पर निर्भर करता है।
DNA प्रवेश की विधियाँ (Methods of DNA Uptake)
1. प्राकृतिक रूप से DNA का प्रवेश (Natural DNA Uptake - Transformation)
🔹 कुछ बैक्टीरिया (जैसे Streptococcus, Bacillus, E. coli) प्राकृतिक रूप से पर्यावरण से DNA को ग्रहण कर सकते हैं।
🔹 इसे "Competence" कहते हैं, जहाँ बैक्टीरिया अपने परिवेश से DNA के टुकड़ों को अवशोषित कर लेते हैं और अपने जीनोम में शामिल कर लेते हैं।
🔹 यह प्रक्रिया प्लास्मिड DNA या अन्य मुक्त DNA टुकड़ों के ट्रांसफर में मदद करती है।
उदाहरण: बैक्टीरिया की Griffith’s Experiment (1928) से प्राकृतिक ट्रांसफॉर्मेशन का पता चला था।
2. कृत्रिम रूप से DNA का प्रवेश (Artificial DNA Uptake - Genetic Engineering)
वैज्ञानिक कई तरीके अपनाकर कोशिकाओं में DNA डाल सकते हैं, जिन्हें Genetic Engineering Techniques कहा जाता है।
A. बैक्टीरिया में DNA प्रवेश कराने के तरीके
✅ Heat Shock Method (गर्म झटके की विधि)
- बैक्टीरिया को CaCl₂ (कैल्शियम क्लोराइड) में रखा जाता है, जिससे झिल्ली में छिद्र बनते हैं।
- फिर इन्हें 42°C पर गरम करके ठंडा किया जाता है, जिससे DNA कोशिका के अंदर चला जाता है।
✅ Electroporation (विद्युत छिद्रण विधि)
- उच्च वोल्टेज का झटका देकर झिल्ली में छिद्र बनाए जाते हैं, जिससे DNA प्रवेश कर सकता है।
- यह विधि बैक्टीरिया, खमीर और पशु कोशिकाओं में भी उपयोग होती है।
B. पशु और मानव कोशिकाओं में DNA प्रवेश कराने के तरीके
✅ Microinjection (सूक्ष्म सुई प्रविष्टि विधि)
- DNA को एक महीन कांच की सुई से सीधे कोशिका या नाभिक (Nucleus) में इंजेक्ट किया जाता है।
- यह तकनीक क्लोनिंग और जीन थेरेपी में उपयोग की जाती है।
✅ Liposome-Mediated Transfer (लिपोसोम आधारित ट्रांसफेक्शन)
- DNA को लिपिड के छोटे बुलबुले (Liposomes) में रखा जाता है, जो कोशिका झिल्ली से मिलकर अंदर प्रवेश कर जाता है।
- यह मानव कोशिकाओं में जीन थेरेपी और कैंसर रिसर्च में बहुत उपयोगी है।
✅ Viral Vectors (वायरस आधारित विधि)
- वायरस का उपयोग DNA को कोशिकाओं में पहुंचाने के लिए किया जाता है।
- Gene Therapy में वायरस का संशोधित रूप इस्तेमाल किया जाता है ताकि यह किसी रोग के बिना DNA को अंदर पहुँचा सके।
C. पौधों में DNA प्रवेश कराने के तरीके
✅ Gene Gun Method (जीन गन विधि)
- DNA को सोने या टंगस्टन कणों पर कोट करके उच्च दबाव से पौधों की कोशिकाओं में दागा जाता है।
- इसे Biolistics या Particle Bombardment भी कहते हैं।
✅ Agrobacterium-Mediated Transfer (एग्रोबैक्टीरियम विधि)
- Agrobacterium tumefaciens नामक बैक्टीरिया का उपयोग करके पौधों में DNA प्रवेश कराया जाता है।
- यह तकनीक जेनेटिकली मॉडिफाइड (GM) फसलों को विकसित करने के लिए उपयोग की जाती है।
DNA प्रवेश का महत्व (Significance of DNA Uptake in Cells)
✔ रोगों के उपचार में मदद (Gene Therapy) – आनुवंशिक बीमारियों के इलाज के लिए।
✔ कैंसर रिसर्च और दवा विकास – कैंसर कोशिकाओं में जीन को संशोधित करके नई थेरेपी विकसित की जाती है।
✔ कृषि क्षेत्र में सुधार – GM फसलें अधिक उपज और रोग प्रतिरोधी बनाई जाती हैं।
✔ वैज्ञानिक अनुसंधान – जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक अध्ययन में DNA इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष
👉 जीवित कोशिका में DNA का प्रवेश विभिन्न प्राकृतिक और कृत्रिम विधियों से किया जा सकता है।
👉 बैक्टीरिया में Heat Shock, Electroporation, जबकि पशु कोशिकाओं में Microinjection, Liposome, और Viral Vectors का उपयोग किया जाता है।
👉 पौधों में Gene Gun और Agrobacterium विधि से DNA डाला जाता है।
👉 यह तकनीक जीन थेरेपी, जैव प्रौद्योगिकी, चिकित्सा और कृषि क्षेत्र में बहुत उपयोगी है।
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