नॉरदर्न् ब्लोटिंग (Northern blotting)
आलविन् एवं उनके सहयोगियों (Alwin et. al., 1979) ने एक विधि को सफलतापूर्वक खोज निकाला और यह विधी ‘ सदर्न ब्लॉटिंग ’ से संबंधित है। तथा नॉदर्न ब्लॉटिंग कहलाती है। इस प्रविधि में m - RNA बैंड्स (bands) को जैल (gel) से एक रासायनिक क्रियाशील कागज में ब्लॉट - स्थानांतरित किया जाता है अर्थात नाइट्रोसेल्यूलोज कला में नहीं किया जाता है। जहां वे कोवैलेंटली बंधित होते हैं। क्रियाशील कागज को अमीनोबेंजाइल ऑक्सीमिथाइल (aminobenzyl oxymethly) कागज़ के डाईएजोटाईजेशन (diazotization) द्वारा तैयार किया जाता है। एक बार m - RNA के कोवेलेंटली बॉन्ड्स रेडियोलेविल्ड DNA शलाका से संकरण के लिए प्राप्त होने के पश्चात संकरित (hybridized) बैंड्स को ऑटोरेडियोग्राफी द्वारा ज्ञात किया जा सकता है।
थॉमस (Thomas, 1980) एवं आधुनिक वैज्ञानिकों केेे अनुसार m-rna bends को सीधा
Nitrocellulose membrane पर उपयुक्त दसाओ में blotted किया जा सकता है । क्योंकि nothern blotting के इस रूप के लिए रसायनिक सक्रिय कागज जो अमीनोबेंजोइल ऑक्सीमेथाईल कागज़ के डाइएजोडाइजेशन द्वारा तैयार किया जाता है , की आवश्यकता नहीं होती है अतः इस विधि को अनेक वैज्ञानिकों ने मान्यता प्रदान की है।
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