पादप शरीर विज्ञान के प्रमुख घटक
1. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) – पौधों की ऊर्जा उत्पादन प्रक्रिया
प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की सहायता से जल (H₂O) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) से ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) और ऑक्सीजन (O₂) का निर्माण करते हैं।
समीकरण:
🔹 यह प्रक्रिया क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast) में स्थित क्लोरोफिल (Chlorophyll) की उपस्थिति में होती है।
🔹 इसे दो चरणों में बांटा जाता है –
- प्रकाशीय अभिक्रियाएँ (Light Reactions): सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में होती हैं।
- अंधकार अभिक्रियाएँ (Dark Reactions): CO₂ का उपयोग कर ग्लूकोज का निर्माण करती हैं।
2. श्वसन (Respiration) – ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया
श्वसन वह प्रक्रिया है, जिसमें पौधे अपने भोजन (ग्लूकोज) को ऑक्सीजन की सहायता से अपघटित करके ऊर्जा (ATP) उत्पन्न करते हैं।
समीकरण:
🔹 यह प्रक्रिया माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) में होती है।
🔹 यह दो प्रकार की होती है –
- एरोबिक श्वसन (Aerobic Respiration): ऑक्सीजन की उपस्थिति में।
- एनारोबिक श्वसन (Anaerobic Respiration): ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में।
3. जल परिवहन (Water Transport) – जल व खनिजों का संवहन
पौधों में जड़ों द्वारा अवशोषित जल और खनिज तत्व ज़ाइलम (Xylem) के माध्यम से पत्तियों तक पहुँचते हैं।
🔹 इसमें तीन प्रमुख प्रक्रियाएँ शामिल होती हैं –
- मूल दाब (Root Pressure): जड़ों द्वारा जल को ऊपर की ओर धकेलना।
- केशिका क्रिया (Capillary Action): पतली नलिकाओं में जल का ऊपर चढ़ना।
- वाष्पोत्सर्जन (Transpiration): पत्तियों से जल का वाष्पीकरण, जो जल परिवहन में मदद करता है।
4. वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) – पौधों में जल की हानि
वाष्पोत्सर्जन वह प्रक्रिया है, जिसमें पौधे अपने पत्तों के स्टोमाटा (Stomata) के माध्यम से जल को वाष्प रूप में बाहर निकालते हैं।
🔹 यह पौधों में जल परिवहन को सुगम बनाता है और तापमान को नियंत्रित करता है।
🔹 यह तीन प्रकार का होता है –
- स्टोमेटल वाष्पोत्सर्जन (Stomatal Transpiration) – पत्तियों के स्टोमाटा द्वारा।
- कटिकुलर वाष्पोत्सर्जन (Cuticular Transpiration) – पत्तियों की क्यूटिकल परत द्वारा।
- लेंटिसेलर वाष्पोत्सर्जन (Lenticular Transpiration) – तनों के लेंटिसेल द्वारा।
5. पादप हार्मोन (Plant Hormones) – वृद्धि और विकास को नियंत्रित करने वाले रसायन
पौधों की वृद्धि, विकास और विभिन्न जैविक क्रियाओं को नियंत्रित करने वाले रासायनिक तत्वों को पादप हार्मोन कहते हैं।
| हार्मोन | कार्य |
|---|---|
| ऑक्सिन (Auxin) | कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देता है और शीर्ष वृद्धि को नियंत्रित करता है। |
| जिबरेलिन (Gibberellin) | तने की वृद्धि और फूल आने में मदद करता है। |
| साइटोकाइनिन (Cytokinin) | कोशिका विभाजन और वृद्धि को बढ़ावा देता है। |
| एब्सिसिक एसिड (Abscisic Acid) | वाष्पोत्सर्जन को नियंत्रित करता है और तनाव सहनशीलता बढ़ाता है। |
| एथीलीन (Ethylene) | फलों के पकने में सहायक होता है। |
6. पौधों में पोषण (Plant Nutrition) – आवश्यक तत्व
पौधों के लिए कई पोषक तत्व आवश्यक होते हैं, जिन्हें दो भागों में बाँटा जाता है –
🔹 मुख्य पोषक तत्व (Macronutrients): नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P), पोटैशियम (K), कैल्शियम (Ca), मैग्नीशियम (Mg), सल्फर (S)।
🔹 सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrients): आयरन (Fe), मैंगनीज (Mn), जिंक (Zn), कॉपर (Cu), बोरोन (B), मोलिब्डेनम (Mo)।
पादप शरीर विज्ञान का महत्व
✔ पौधों की वृद्धि और विकास को समझने में सहायक।
✔ कृषि क्षेत्र में उन्नत उत्पादन के लिए उपयोगी।
✔ जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक सुधार में सहायक।
✔ पर्यावरणीय कारकों और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को समझने में मदद करता है।
निष्कर्ष
पादप शरीर विज्ञान पौधों की जैविक और रासायनिक प्रक्रियाओं को समझने का विज्ञान है। यह हमें पौधों की कार्यप्रणाली, उनकी वृद्धि, पोषण, जल परिवहन, हार्मोन और श्वसन जैसी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
"अब आपकी बारी! क्या आपने कभी घर पर पौधे उगाए हैं? कौन सा पौधा आपका पसंदीदा है? हमें कमेंट में बताइए!"
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